हस्तमैथुन करना सही है क्या – Hastmaithun Karna Sahi Hai Kya in Hindi

क्या हस्तमैथुन करना सही है यह प्रश्न लोगों द्वारा अक्‍सर पूछा जाता है। क्या हस्तमैथुन करना चाहिए, हस्तमैथुन करने के फायदे और नुकसान क्या है। ऐसे कुछ प्रश्न हैं जो पुरुषों और महिलाओं के जीवन में विशेष स्थान रखते हैं। सेक्स करना मानव जीवन का एक अभिन्न हिस्सा है जिसमें हस्तमैथुन भी अहम हिस्सा है। हस्तमैथुन की आवश्यकता मुख्य रूप से महिला और पुरुष में किशोरावस्था में होती है। क्योंकि इस दौरान उनके शरीर में अचानक से विकास होता है। और कुछ ऐसे परिवर्तन होते हैं जिनके कारण वे सेक्स के प्रति आकर्षित होते हैं। इस लेख में आप जानेंगे कि क्या सेक्स करना सही है।

Table of Contents

हस्तमैथुन क्या है – Hastmaithun Kya Hai in Hindi

हस्तमैथुन चरम सुख प्राप्त करने का एक माध्यम है। सामान्य रूप से कहा जाए तो जो लोग सेक्स नहीं कर पाते हैं उनके लिए चरम सुख प्राप्ति हस्तमैथुन से होती है। यह ऐसी स्थिति है जिसमें ब्लॉक स्वयं ही अपने जननांगों को उत्तेजित करते हैं और यौन सुख प्राप्त करते हैं। हस्तमैथुन करना महिलाओं और पुरुषों के लिए एक सामान्य घटना है। अध्ययनों से पता चलता है कि अधिकांश बच्चे 4 से 6 वर्ष की आयु के द्वारा नहीं यौन सुख प्राप्त करने लगते हैं। इस दौरान अपने चरणों को छूकर संतुष्टि प्राप्त करते हैं। इस उम्र में अक्सर बच्चों को अपने जननांगों को रगड़ने में आनंद मिलता है। यह उनके लिए किसी भी प्रकार से गलत नहीं है।

लेकिन समाज में इसे गलत समझा जाता है और बच्चों को इस कृत्य से दूर रहने की सलाह दी जाती है। वास्तव में बुजुर्गों को खुद ही पता नहीं है कि क्या हस्तमैथुन करना सही है।

Hastmaithun Karna Sahi Hai Kya in Hindi

क्‍या हस्‍तमैथुन सामान्‍य क्रिया है – Kya Hastmaithun Samanya Kriya Hai in Hindi

हस्तमैथुन मानव जीवन की एक सामान्य क्रिया है जो कि अध्ययनों से पता चलता है। हस्तमैथुन मानव शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होता है। लेकिन अक्सर यह देखने में आता है कि लोग इस विषय में बात करने से कतराते हैं। इसके अलावा योग से संबंधित परेशानियों को खुलकर बताने में संकोच करते हैं। जब किया है मानव जीवन का एक सामान्य क्रियाकलाप है। हस्तमैथुन की आवश्यकता महिला और पुरुष के जीवन में आम स्थान रखती है। आइए जाने क्या हस्तमैथुन करना सही है या नहीं।

क्या हस्तमैथुन नुकसान दायक है – Kya Hastmaithun Nuksaan Dayak Hai in Hindi

जानकारों से पता चलता है कि हस्तमैथुन करना नुकसानदायक नहीं है। लेकिन कुछ लोगों का मानना है कि सामाजिक कारणों से हस्तमैथुन करना गलत और नुकसानदायक है। जबकि अध्ययन बताते हैं कि हस्तमैथुन शरीर की एक सामान्य क्रिया है जो सामान्य रूप से शरीर के लिए लाभकारी है। हस्तमैथुन महिला और पुरुष किसी को भी शारीरिक मानसिक और यौन सुख दिलाने का अच्छा विकल्प है। आइए जाने क्या हस्तमैथुन करना सही है और इससे जुड़ी अन्य बातें जो आपके स्वास्थ्य को प्रभावित करती हैं।Hastmaithun Karna Sahi Hai Kya in Hindi

क्या हस्तमैथुन करना सही है – Kya Hastmaithun Roj Karna Sahi Hai in Hindi

शायद इस प्रश्न का सही जवाब नहीं है। क्‍योंकि की नियमित रूप से प्रतिदिन हस्तमैथुन करना कुछ लोगों के लिए सामान्य और कुछ के लिए अत्यधिक हो सकता है। लगातार हस्तमैथुन करना किसी भी प्रकार से सही नहीं है। क्योंकि हस्तमैथुन का प्रभाव सीधे आपके शरीर और ऊर्जा पर पड़ता है। यदि हस्तमैथुन करने से आपके शरीर को कोई नुकसान नहीं है तो यह सामान्य है। लेकिन यदि हस्तमैथुन करने से आपको शारीरिक कमजोरी महसूस होती है तो यह आपके शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसके साथ ही लगातार हस्तमैथुन करना आपके वैवाहिक जीवन में भी परेशानी खड़ी कर सकता है।

जबकि यौन संतुष्टि प्राप्‍त न होने के कारण आप तनाव या अवसाद आदि का शिकार हो सकते हैं। इन सभी समस्‍याओं को दूर करने के लिए हस्‍तमैथुन करना एक अच्‍छा विकल्‍प हो सकता है।

हस्‍तमैथुन सप्‍ताह में कितनी बार करना चाहिए – Hastmaithun Saptah Me Kitni Baar Karna Chahiye in Hindi

सभी लोगों की शारीरिक क्षमता अलग-अलग होती है, इसलिए इस प्रश्‍न का सही जबाव नहीं है। आपके शारीरिक स्‍वास्‍थ्‍य पर हस्‍तमैथुन करना निर्भर करता है। शारीरिक क्षमता के आधार पर दिन में 2 से 3 हस्‍तमैथुन किया जा सकता है। यदि सप्‍ताह की बात की जाए तो सामान्‍य या स्‍वस्‍थ्‍य व्‍यक्ति 4 से 5 बार या केवल 1 बार हस्‍तमैथुन किया जा सकता है। लेकिन अधिक मात्रा में हस्‍तमैथुन करना यौन ड्राइव को प्रभावित कर सकता है। इसलिए हस्‍तमैथुन की दर को बढ़ाने के बजाय इसे कम करने के बारे में सोचना चाहिए।Hastmaithun Karna Sahi Hai Kya in Hindi

क्‍या यौन संबंध के बदले हस्‍तमैथुन सही है – Kya Sex Ke Badle Hastmaithun Karna Sahi Hai in Hindi

जीवन में हस्‍तमैथुन और यौन संबंध दोनो का अपना अलग स्‍थान है। आवश्‍यकता और समय के अनुसार इनका चुनाव किया जा सकता है। वास्‍तव में यौन साथी की अनुपस्थिति में ही हस्‍तमैथुन किया जाना चाहिए। हस्‍तमैथुन यौन साथी की कमी को दूर कर यौन सुख दिला सकता है। इसके अलावा यह आपके शरीर की क्षमता और दशा आदि को समझने में भी मदद करता है। फिर भी यौन संबंध और हस्‍तमैथुन में बहुत अंतर है। आवश्‍यकता से अधिक हस्‍तमैथुन करना यौन जीवन में समस्‍याएं उत्‍पन्‍न कर सकता है। हस्‍तमैथुन करेन के कारण आपको अपने साथी के सामने शर्मिंदगी का भी सामना करना पड़ सकता है। लेकिन कुछ विशेष परिस्थितियों में यौन संबंध के बदले हस्‍तमैथुन किया जा सकता है।

  • हस्‍तमैथुन करना सही है जब कि आपके साथी की यौन ड्राइव आपकी तुलना में कम है। ऐसी स्थिति में चरम सुख पाने के लिए आप हस्‍तमैथुन कर सकते हैं।
  • यदि आपका यौन सहभागी या पार्टनर बीमार है, ऐसी स्थिति में सामान्‍य रूप से हस्‍तमैथुन करना सही है।
  • यौन पार्टनर गवर्भती है तब भी शारीरिक और मानसिक संतुष्टि के लिए हस्‍तमैथुन करना सही माना जाता है।
  • यदि आप अपने सहभागी से दूर हैं ऐसी स्थिति में भी हस्‍तमैथुन किया जा सकता है।

क्‍या शीघ्र पतन का कारण है हस्‍तमैथुन – Kya Shighrapatan Ka Karan Hai Hastmaithun in Hindi

सामान्‍य या कम मात्रा में हस्‍तमैथुन करना सही है। लेकिन अधिक हस्‍तमैथुन करने के दौरान स्‍खलन में मदद करने वाली नसों को भारी क्षति हो सकती है। जिसके परिणाम स्‍वरूप स्‍वपन दोष या शीघ्रपतन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। लेकिन ऐसा उस वक्‍त होता है जब व्‍यक्ति अपनी शारीरिक क्षमता से अधिक हस्‍तमैथुन करता है। इस प्रकार की समस्‍या से बचने के लिए बहुत ही कम मात्रा में हस्‍तमैथुन करना चाहिए।

(इसे भी पढ़ें – फेफड़ों के लिए स्‍वस्‍थ्‍य आहार)

क्‍या हस्‍तमैथुन शुक्राणुओं को कम करता है – Kya Hastmaithun Shukranu Ko Kam Karta Hai in Hindi

हस्‍तमैथुन करना किसी भी प्रकार से शुक्राणुओं की संख्‍या को कम नहीं करता है। ऐसा इसलिए है क्‍योंकि पुरुषों में शुक्राणु लगातार बनते हैं। हां यह जरूर है कि एक बार शुक्राणुओं को उत्‍सर्जित करने के बाद नए शुक्राणुओं के लिए कुछ समय चाहिए होता है। इसका यह मतलब नहीं है कि हस्‍तमैथुन करने से शरीर में शुक्राणुओं की कमी आ सकती है। इसलिए ऐसा माना जा सकता है कि हस्‍तमैथुन करना सही है। Hastmaithun Karna Sahi Hai Kya in Hindi

हस्‍तमैथुन करना कब सही नहीं है – Hastmaithun Karna Kab Sahi Nahi Hai in Hindi

पुरुषों को सामान्‍य रूप से हस्‍तमैथुन करना सही है। लेकिन आवश्‍यकता से अधिक और क्रूरता से किया गया हस्‍तमैथुन शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। इसके अलावा व्‍यक्ति के लिए हस्‍तमैथुन करने का सही समय नही है जब

  • किसी संक्रामित व्‍यक्ति के निजी अंगों को छूने के बाद हस्‍तमैथुन किया जाए।
  • किसी यौन संक्रमण ग्रसित व्‍यक्ति के यौन खिलों को साझा किया जाए।
  • अपने चेहरे को लिंग की तरफ झुकार कर हस्‍तमैथुन नहीं करना चाहिए। क्‍योंकि इस दौरान आपके लिंग पर दवाब अधिक पड़ता है।
  • हस्‍तमैथुन के दौरान स्‍खलन होने पर लिंग को नहीं दवाना चाहिए। क्‍योंकि इससे नसों को नुकसान हो सकता है।

क्‍या हस्‍तमैथुन से शरीर दुबला होता है – Kya Hastmaithun Se Sarir Dubla Hota Hai in Hindi

किसी भी स्‍वस्‍थ्‍य व्‍यक्ति के लिए हस्‍तमैथुन करना सही है क्‍योंकि इससे शरीर को कोई नुकसान नहीं होता है। लेकिन यदि आवश्‍यकता से अधिक हस्‍तमैथुन किया जाए तो हानिकारक हो सकता है। हस्‍तमैथुन करने से शरीर दुबला नहीं होता है। हालांकि इससे आपके शरीर का वजन कुछ हद तक कम हो सकता है। लेकिन यदि समझा जाए तो हस्‍तमैथुन करना किसी व्‍यायाम से कम नहीं है। इसलिए कुछ लोग इसे व्‍यायाम की तरह ही नियमित मात्रा में उपयोग करते हैं।

(इसे भी पढ़ें – सफेद मूसली के फायदे महिलाओं के लिए)

हस्‍तमैथुन करने के फायदे – Hasthmaithun Karne Ke Fayde in Hindi

किसी भी स्‍वस्‍थ्‍य पुरुष के जीवन में हस्‍तमैथुन का विशेष स्‍थान है। विशेषज्ञों का मानना है कि पुरुषों के लिए हस्‍तमैथुन करना सही है लेकिन कम मात्रा में। आइए जाने हस्‍तमैथुन करने के फायदे क्‍या होते हैं।

  • पुरुषों को नियमित हस्‍तमैथुन करने से प्रोस्‍टेट कैंसर का खतरा नहीं होता है।
  • ऐसा माना जाता है कि सप्‍ताह में कम से कम 5 बार स्‍खलित होने से विषाक्‍त पदार्थों को बाहर किया जा सकता है। स्‍खलन चाहे सेक्‍स से हो या हस्‍तमैथुन से।
  • स्‍खलन के दौरान कोर्टिसोल को भी शरीर से बाहर किया जाता है। कोर्टिसोल (cortisol) एक तनाव हार्मोन है।
  • नियमित स्‍खलन से प्रतिरक्षा शक्ति में भी वृद्धि होती है।
  • नियमित व्‍यायाम की तरह से लोग हस्‍तमैथुन कर अपने लिंग की मांसपेशियों को मजबूत कर सकते हैं।
  • हस्‍तमैथुन के दौरान शरीर में डोपामाइन और ऑक्‍सीटोन(dopamine and oxytocin)  जैसे हार्मोन उत्‍तेजित होते हैं। ये हार्मोन हमारे शरीर के लिए अच्‍छे माने जाते हैं।

(इसे भी पढ़ें – धूम्रपान करने के फायदे)

हेंड प्रैक्टिस करने के नुकसान – Hasthmaithun Karne Ke Nuksan in Hindi

शरीर के लिए हस्‍तमैथुन करना सही है जब इसे कम मात्रा में किया जाए। लेकिन क्‍या आपको पता है कि हस्‍तमैथुन आपके लिए नुकसान दायक कब है। अधिक मात्रा में हस्‍तमैथुन करने के कुछ गंभीर और सामान्‍य नुकसान भी होते हैं जो इस प्रकार हैं।

  • अधिक मात्रा में हस्‍थमैथुन करने से आपको शारीरिक थकान, कमजोरी आदि हो सकती है।
  • किसी भी पुरुष के लिए हस्‍तमैथुन के नुकसान उनकी यौन क्षमता को कम कर सकते हैं।
  • शीघ्रस्‍खलन, श्‍वपनदोष, जननांग में दर्द, चोट आदि अधिक मात्रा में हस्‍तमैथुन करने के नुकसान हैं।
  • बालों का झड़ना भी हस्‍तमैथुन के नुकसान में से एक है।

हस्‍तमैथुन की लत का इलाज – Hasthmaithun Ki Lat Ka Ilaj in Hindi

जब किसी पुरुष को उसकी इच्‍छा के अनुसार यौन संबंध बनाने को नहीं मिलता है तब उसे हस्‍तमैथुन की आवश्‍यकता होती है। लेकिन सामाजिक परिवेश और अन्‍य कारणों से उसे यौन संबंध बनाने में असुविधा होती है। इस स्थिति में पुरुषों को हस्‍तमैथुन करना सही है ऐसा लगता है। लेकिन यौन संतुष्टि प्राप्‍त होने पर उसे इस तरह की तल लग जाती है। ऐसी स्थिति में उन्‍हें हस्‍तमैथुन की लत का इलाज करने के लिए निम्‍न क्रिया विधि को अपनाना चाहिए।

योग, ध्‍यान, संगीत में रुची बढ़ाना, नृत्‍य या डांस जैसे कार्यों में भाग लेना आदि कार्यो को करना चाहिए। इसके अलावा यदि आपको हस्‍तमैथुन की लत लग गई है तो इसका इलाज करने के लिए डॉक्‍टर से सलाह लें। आपका डॉक्‍टर इसका उचित इलाज कर सकता है। आपका डॉक्‍टर आपकी मनोस्थिति को सुधारने के लिए मनोचिकित्‍सक के पास आपको पहुंचा सकता है।मनोचिकित्‍सक आपकी मानसिक स्थिति के अनुसार आपका उचित इलाज करने में मदद कर सकता है।

Leave a Comment